वर्तमान में देश के सामान्य निवेशकों के बीच व्यवसाय चक्र योजनाओं का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। पिछले एक साल में, इन Mutual Funds ने 32 से 56 प्रतिशत तक के मजबूत रिटर्न प्रदान किए हैं। इस अवधि में, HSBC, महिंद्रा मैन्यूलाइफ और क्वांट जैसे फंडों ने निवेशकों को 50 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। यह ध्यान देने योग्य है कि व्यवसाय चक्र फंड एक ऐसी म्यूचुअल फंड श्रेणी है, जो आर्थिक चक्र के विभिन्न चरणों के दौरान उन शेयरों और क्षेत्रों में निवेश करती है, जो उस समय की स्थिति के आधार पर अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद होती है।
व्यवसाय चक्र फंड का विकास
आंकड़ों के अनुसार, इन शीर्ष तीन फंडों ने Nifty 500 TRI इंडेक्स से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है, जिसने इसी अवधि में 35.11 प्रतिशत का रिटर्न दिया। व्यवसाय चक्र फंड की संपत्ति प्रबंधन (AUM) अब 37,487 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है, जो सितंबर 2021 में 17,238 करोड़ रुपये थी। आनंद राठी वेल्थ के उप CEO फिरोज अजीज ने बताया कि यह शानदार वृद्धि निवेशकों की बढ़ती रुचि को दर्शाती है। वर्तमान में बाजार में केवल 16 व्यवसाय चक्र से संबंधित फंड हैं, जिनमें से केवल 3 फंडों ने 3 साल पूरे किए हैं।
म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन
इन फंडों का लक्ष्य आर्थिक चक्र की पहचान करना और फिर उन क्षेत्रों से शेयरों का चयन करना होता है, जो संबंधित बाजार की स्थितियों में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, मंदी के दौरान, उपयोगिता और फार्मास्यूटिकल्स जैसे रक्षात्मक क्षेत्रों का प्रदर्शन अच्छा रहता है। इसके विपरीत, यदि अर्थव्यवस्था में शुरुआती सुधार होता है, तो ऑटोमोबाइल, वित्तीय और अवसंरचना जैसे क्षेत्रों को लाभ होता है।
वर्तमान में उपलब्ध 16 व्यवसाय चक्र फंडों में से 10 फंडों का प्रदर्शन एक साल से अधिक का ट्रैक रिकॉर्ड है और इनमें से सभी ने पिछले 12 महीनों में Nifty 500 TRI को पीछे छोड़ दिया है। उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, इन 10 फंडों ने औसतन 42 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यह दर्शाता है कि निवेशकों ने इन फंडों में रुचि लेना शुरू कर दिया है।
व्यवसाय चक्र फंड में निवेश का लाभ
व्यवसाय चक्र फंड का मुख्य लाभ यह है कि ये आर्थिक चक्र के विभिन्न चरणों को पहचानते हैं और निवेशकों को उन क्षेत्रों में निवेश करने का अवसर प्रदान करते हैं, जहां उच्च रिटर्न की संभावना होती है। इस प्रकार, यदि कोई निवेशक सही समय पर सही क्षेत्र में निवेश करता है, तो उसे उच्च मुनाफा मिल सकता है।
इसके अलावा, व्यवसाय चक्र फंड प्रबंधकों द्वारा की गई बाजार की गहरी समझ और विश्लेषण पर निर्भर करते हैं। ये फंड प्रबंधक बाजार की चाल को समझने के लिए विभिन्न आर्थिक संकेतकों का उपयोग करते हैं, जैसे कि जीडीपी ग्रोथ, बेरोजगारी दर, और उपभोक्ता विश्वास का सूचकांक। इस प्रकार, निवेशक इन फंडों के माध्यम से पेशेवर प्रबंधन का लाभ उठा सकते हैं।
निवेशकों की बढ़ती रुचि
भारत में म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले कुछ वर्षों में, म्यूचुअल फंडों ने एक पारदर्शी और सरल निवेश विकल्प के रूप में खुद को स्थापित किया है। लोग अब म्यूचुअल फंडों को एक स्थायी और सुरक्षित निवेश विकल्प मानने लगे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि व्यवसाय चक्र फंड के प्रति बढ़ती रुचि का एक कारण यह भी है कि ये फंड अधिकतम रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं। इससे निवेशक अधिक लाभ कमाने के लिए इन फंडों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
म्यूचुअल फंडों की चुनौतियाँ
हालांकि, म्यूचुअल फंडों के साथ कुछ चुनौतियाँ भी हैं। बाजार की अस्थिरता और आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण, निवेशकों को हमेशा जोखिम का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे समय में, म्यूचुअल फंडों के प्रदर्शन में गिरावट आ सकती है। इसके अलावा, व्यवसाय चक्र फंडों में निवेश करने से पहले निवेशकों को उन फंडों के प्रदर्शन का ध्यानपूर्वक विश्लेषण करना चाहिए।
एक और चुनौती यह है कि कई निवेशक लम्बे समय के लिए निवेश करने की बजाय तात्कालिक रिटर्न की तलाश में रहते हैं। ऐसे में, वे फंड के दीर्घकालिक लाभ को नजरअंदाज कर सकते हैं।
अंत में, पिछले एक साल में व्यवसाय चक्र फंडों ने जो उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, वह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इन फंडों ने न केवल शानदार रिटर्न प्रदान किया है, बल्कि निवेशकों की बढ़ती रुचि को भी दर्शाया है।
हालांकि, निवेश करने से पहले हमेशा शोध करें और अपने जोखिम सहिष्णुता को ध्यान में रखें। व्यवसाय चक्र फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हो सकते हैं जो लंबी अवधि के लिए निवेश करने के लिए तैयार हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव को सहन कर सकते हैं।