Finance Minister: अमेरिका के वाशिंगटन में आयोजित जी7 अफ्रीकी मंत्रिस्तरीय बैठक में शनिवार को भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने के लिए अधिक समर्थन की मांग की। वित्त मंत्रालय ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट साझा की।
जी7 अफ्रीकी सम्मेलन में वित्तीय चुनौतियों पर चर्चा
वित्त मंत्रालय के अनुसार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों, विशेषकर बहुपक्षीय विकास बैंकों (MDBs), की ऋण क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया ताकि सतत विकास लक्ष्यों को आसानी से पूरा किया जा सके। जी7 अफ्रीकी मंत्रिस्तरीय बैठक में वित्तीय चुनौतियों और अफ्रीका में विकास पहलों से जुड़े समाधानों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर वित्त मंत्री ने दीर्घकालिक और सस्ती वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया।
अफ्रीकी देशों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता
सम्मेलन के दौरान वित्त मंत्री सीतारमण ने भारत और अफ्रीका के बीच गहरे संबंधों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मार्गदर्शक सिद्धांतों के माध्यम से भारत-अफ्रीका साझेदारी को एक नई परिभाषा दी है, जिसका उद्देश्य अफ्रीका के विकास को समर्थन देना है।” इन सिद्धांतों में क्षमता निर्माण, जन सेवाओं में सुधार और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर ध्यान देना शामिल है।
अफ्रीका को भारत का तकनीकी सहयोग और विकास समर्थन
वित्त मंत्रालय के अनुसार, वित्त मंत्री ने अफ्रीका के लिए बुनियादी ढांचे के विकास और स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञता और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की पेशकश करते हुए भारत के समर्थन को रेखांकित किया। भारत की यह पहल अफ्रीकी देशों के सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान कर सकती है।
विश्व बैंक समूह की वार्षिक बैठक में भागीदारी
वित्त मंत्री ने वाशिंगटन डीसी में आयोजित विश्व बैंक समूह की वार्षिक बैठक 2024 में भी भाग लिया। इस आयोजन के दौरान वित्त मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रथम उप प्रबंध निदेशक गीता गोपीनाथ से मुलाकात की और उन्हें वार्षिक बैठक के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
सतत विकास लक्ष्यों के प्रति वैश्विक सहयोग का आह्वान
भारत द्वारा इस सम्मेलन में बढ़ते हुए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और समर्थन की आवश्यकता को दोहराया गया ताकि वैश्विक स्तर पर एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। वित्त मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि भारत अफ्रीकी देशों के विकास में सक्रिय रूप से सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए दीर्घकालिक आर्थिक योजनाओं को लागू करने के महत्व पर बल दिया।