BPCL Q2 Results: भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) ने सितंबर 2024 की तिमाही के नतीजों की घोषणा की, जिसमें कंपनी के मुनाफे में भारी गिरावट देखने को मिली। वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में BPCL का शुद्ध मुनाफा 72 प्रतिशत की गिरावट के साथ ₹2,297.23 करोड़ पर पहुंच गया। एक वर्ष पहले इसी अवधि में यह मुनाफा ₹8,243.55 करोड़ था। अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में भी BPCL का मुनाफा घटा है, जो पिछली तिमाही में ₹2,841.55 करोड़ था।
कंपनी के मुनाफे में यह कमी मुख्य रूप से रिफाइनरी और विपणन मार्जिन में कमी के कारण हुई है।
राजस्व लगभग स्थिर
हालांकि, BPCL की परिचालन आय में कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ है। कंपनी का राजस्व चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में ₹1.17 लाख करोड़ पर स्थिर रहा, जबकि एक वर्ष पहले इसी अवधि में यह ₹1.16 लाख करोड़ था। BPCL, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) जैसी सरकारी तेल कंपनियों ने पिछले साल पेट्रोल और डीजल की कीमतों को स्थिर रखते हुए भारी मुनाफा कमाया था।
हालांकि, आगामी आम चुनावों की घोषणा से ठीक पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में ₹2 प्रति लीटर की कटौती से इन कंपनियों का मुनाफा प्रभावित हुआ। स्थिर कच्चे तेल की कीमतों के बावजूद सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों के लाभ में कमी आई है।
IDBI बैंक का मुनाफा 39% बढ़ा
दूसरी ओर, सार्वजनिक क्षेत्र के नियंत्रण वाली IDBI बैंक ने इस तिमाही में 39 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ₹1,836 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। बैंक के मुनाफे में यह वृद्धि मुख्य रूप से ब्याज आय में वृद्धि के कारण हुई है। पिछले वित्तीय वर्ष की समान तिमाही में IDBI बैंक का मुनाफा ₹1,323 करोड़ था। बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर ₹8,754 करोड़ हो गई, जबकि एक वर्ष पहले यह ₹6,924 करोड़ थी।
ब्याज आय में 26% की वृद्धि
IDBI बैंक की शुद्ध ब्याज आय में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो पिछले वर्ष के ₹3,066 करोड़ से बढ़कर इस तिमाही में ₹3,875 करोड़ हो गई। बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में भी सुधार देखने को मिला, जिसमें सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (एनपीए) सितंबर तिमाही के अंत में सकल ऋणों का 3.68 प्रतिशत थी, जो एक वर्ष पहले 4.90 प्रतिशत थी। शुद्ध एनपीए घटकर 0.20 प्रतिशत पर आ गया, जबकि एक साल पहले यह 0.39 प्रतिशत था।
IDBI बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) भी सितंबर 2023 के अंत में 21.26 प्रतिशत से बढ़कर इस तिमाही में 21.98 प्रतिशत हो गया।
BPCL और IDBI बैंक दोनों ने इस तिमाही में भिन्न-भिन्न परिणाम पेश किए हैं। BPCL की मुनाफे में भारी गिरावट ने तेल कंपनियों की मौजूदा स्थिति को उजागर किया है, जबकि IDBI बैंक की ब्याज आय में वृद्धि ने बैंकिंग क्षेत्र में मजबूती दिखाई है।