Crime: भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र के बिशुनपुर गांव में बुधवार शाम को एक भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस झड़प में दो भाइयों पर धारदार हथियार से हमला किया गया, जिसमें एक भाई का हाथ काट दिया गया। दोनों भाईयों को इलाज के लिए आरा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां एक की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
भूमि विवाद की पृष्ठभूमि
सूत्रों के अनुसार, यह विवाद लंबे समय से चल रहा था और इसके पीछे जमीन का मालिकाना हक था। घायल भाइयों में से एक, 45 वर्षीय दिलीप पासवान, और दूसरे 40 वर्षीय धनंजय पासवान हैं। दिलीप पासवान के हाथ को गंभीर चोटें आई हैं और उनकी पत्नी, मालती देवी, भी इस झगड़े में घायल हुई हैं। मालती देवी ने बताया कि यह विवाद उनके पट्टीदार धर्मेंद्र पासवान के साथ चल रहा था।
घटना का विवरण
घटना के समय, गांव में बाढ़ के कारण गांव के एक अन्य निवासी, सलाब पासवान, द्वारा उनके मवेशियों को बांध दिया गया था। इस दौरान, धर्मेंद्र पासवान ने मवेशियों की रस्सी काट दी और उन्हें भगा दिया, जिससे विवाद और बढ़ गया। जब दिलीप और धनंजय ने इस पर विरोध किया, तो धर्मेंद्र के लोगों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में दिलीप पासवान गंभीर रूप से घायल हुए।
अस्पताल में भर्ती
उक्त घटना के बाद, घायल भाइयों को तुरंत आरा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, दिलीप की हालत गंभीर है और उन्हें तत्काल सर्जरी की आवश्यकता है। वहीं, धनंजय की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। अस्पताल में इलाज के दौरान पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद, स्थानीय पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। घायल भाइयों की पत्नी, मालती देवी, ने धर्मेंद्र पासवान और उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ हमला करने का आरोप लगाया है। इस मामले में बड़हरा थाना पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए मामले की गंभीरता को समझते हुए आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस अधीक्षक का निर्देश
बाजारों में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर भोजपुर के पुलिस अधीक्षक राज ने सभी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया है। बुधवार शाम को आयोजित मासिक अपराध बैठक में उन्होंने यह निर्देश दिए। बैठक में पुलिस के मासिक उपलब्धियों का आकलन किया गया और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की गई।
इस बैठक में पुलिस अधीक्षक के साथ एसपी, डीएसपी और अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया। यह बैठक पुलिस कार्यालय के पुनर्निर्माण के बाद पहली थी, जिसमें सभी उच्च अधिकारी एक ही टेबल पर बैठे थे। इस मौके पर गंभीर मामलों में शीघ्र परीक्षण और गवाहों की समय पर पेशी पर भी चर्चा की गई।
समुदाय में हड़कंप
इस घटना ने गांव में हड़कंप मचा दिया है। गांव के निवासी इस झगड़े को लेकर भयभीत हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कुछ स्थानीय लोगों ने इस घटना को रोकने के लिए पुलिस से अधिक कार्रवाई की मांग की है।
दीर्घकालिक समाधान
भूमि विवादों की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर, इसे नियंत्रित करने के लिए कुछ दीर्घकालिक उपायों पर ध्यान देना आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि विवादों के समाधान के लिए प्रभावी उपायों की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
- समुदाय में संवाद: स्थानीय निवासियों के बीच संवाद बढ़ाने और विवादों का शांतिपूर्ण समाधान करने के लिए सामुदायिक बैठकें आयोजित की जा सकती हैं।
- सरकारी सहायता: भूमि विवादों को सुलझाने के लिए सरकारी तंत्र का उपयोग किया जाना चाहिए, जिससे विवादों को कानूनी रूप से सुलझाने में मदद मिले।
- पुलिस की संवेदनशीलता: पुलिस को विवादों की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और संबंधित पक्षों के साथ मिलकर कार्य करना चाहिए।
- शिक्षा और जागरूकता: ग्रामीणों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में शिक्षित करना आवश्यक है, ताकि वे विवादों को लेकर जागरूक हो सकें।