Kaun Banega Crorepati – मशहूर टेलीविज़न शो कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे 5.6 करोड़ रुपये का इनाम जीतने का झांसा देकर करीब 3 लाख रुपये ठग लिए गए। आरोपियों ने ठगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का भी इस्तेमाल किया और खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर विश्वास जीतने की कोशिश की। इस पूरे मामले में पीएमओ द्वारा सीबीआई से जांच की मांग की गई, जिसके बाद सीबीआई ने धोखाधड़ी, जालसाजी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ठगी का तरीका: कैसे दिया गया धोखा?
सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के मुताबिक, शिकायतकर्ता को सोशल मीडिया के माध्यम से दो फर्जी संगठनों से संदेश मिला, जिन्होंने खुद को “केबीसी मुंबई” और “केबीसी कोलकाता” के नाम से पहचान दी। इन संगठनों ने बताया कि शिकायतकर्ता ने 25 लाख रुपये का इनाम जीता है, जिसे बाद में 5.6 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया। इसी तरह, “केबीसी कोलकाता” ने कहा कि उन्होंने 75 लाख रुपये जीते हैं, जो बढ़ाकर 2.75 करोड़ रुपये कर दिए गए। इसके बाद शिकायतकर्ता को इनाम जीतने के लिए 2.91 लाख रुपये जमा करने का झांसा दिया गया।
महिला ने सीबीआई अधिकारी बनकर बनाया दबाव
शिकायतकर्ता के अनुसार, इस ठगी में शामिल एक महिला ने खुद को एक सीबीआई अधिकारी बताया और शिकायतकर्ता पर इनाम की राशि लेने के लिए दबाव बनाया। महिला ने अपने फर्जी पहचान पत्र को भी दिखाया, जिसमें उसका नाम नंदिनी शर्मा और पद विशेष अधिकारी के रूप में लिखा हुआ था।
ठगी का पर्दाफाश कैसे हुआ?
इस मामले में शिकायतकर्ता ने पीएमओ में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने सीबीआई को इस मामले की जांच के लिए कहा। इसके बाद सीबीआई ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
सोशल मीडिया के माध्यम से बढ़ता ठगी का खतरा
इस मामले ने सोशल मीडिया के जरिए होने वाली धोखाधड़ी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। ठग सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं और फर्जी नामों, नंबरों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर भोले-भाले लोगों को झांसा देते हैं। यह मामला इस बात का प्रमाण है कि कैसे आम जनता को बड़े-बड़े पुरस्कार का लालच देकर ठगा जाता है।
सतर्कता और सावधानी ही बचाव का तरीका
ऐसे मामलों में यह ज़रूरी है कि लोग किसी भी अनजान स्रोत से प्राप्त इनाम या ऑफर पर विश्वास न करें। आज के डिजिटल युग में ठग नए-नए तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। आम जनता को चाहिए कि वह किसी भी पुरस्कार या इनाम की घोषणा पर तुरंत विश्वास न करे और किसी प्रकार की राशि जमा करने से पहले सावधानी बरते।
क्या हैं इस मामले में अगली कार्रवाई?
सीबीआई इस मामले की जांच में जुट गई है और आरोपी महिला सहित अन्य लोगों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। ठगी के इस गिरोह को पकड़ने के लिए सीबीआई की टीम साइबर सेल और अन्य विभागों की मदद ले रही है। इसके अलावा, सीबीआई ने लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की ठगी का शिकार होने पर तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें।
कौन बनेगा करोड़पति जैसे लोकप्रिय शो के नाम का दुरुपयोग कर लाखों की ठगी करना एक गंभीर अपराध है। इस घटना ने साबित कर दिया है कि ऑनलाइन और सोशल मीडिया पर सक्रिय ठगों से सावधान रहना बेहद आवश्यक है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता ही एकमात्र उपाय हैं।