मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपने देश में भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। यह कदम मालदीव की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ पहुँचाने की उम्मीद रखता है।
UPI क्या है?
UPI, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा विकसित किया गया है, एक तात्कालिक वास्तविक समय भुगतान प्रणाली है, जो मोबाइल फोन के माध्यम से अंतर-बैंक लेनदेन को सरल बनाती है। यह प्रणाली एक ही प्लेटफॉर्म पर विभिन्न बैंकों के खातों के बीच पैसे भेजने और प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है।
राष्ट्रपति मुइज्जू की पहल
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने हाल ही में UPI को अपने देश में शुरू करने के लिए एक कंसोर्टियम का गठन किया। रविवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ट्रेडनेट मालदीव कॉर्पोरेशन लिमिटेड को इस परियोजना का प्रमुख एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति ने देश के बैंकों, टेलीकॉम कंपनियों, सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों को कंसोर्टियम में शामिल होने का सुझाव दिया।
कैबिनेट की सिफारिश
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने कैबिनेट की सिफारिश पर “आवश्यक कदम उठाने” का निर्णय लिया है। यह कदम मालदीव में वित्तीय समावेशन, वित्तीय लेनदेन में सुधार और डिजिटल अवसंरचना को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
UPI का महत्व
UPI का मुख्य उद्देश्य डिजिटल लेनदेन को आसान और सस्ता बनाना है। इससे उपभोक्ताओं और व्यापारियों के बीच लेनदेन में तेजी आएगी और यह पूरे वित्तीय प्रणाली को अधिक कुशल बनाएगा। मालदीव में UPI की शुरूआत से निम्नलिखित लाभ होंगे:
- वित्तीय समावेशन: UPI के जरिए छोटे व्यवसाय और उपभोक्ता आसानी से डिजिटल लेनदेन कर सकेंगे, जिससे वे वित्तीय प्रणाली का हिस्सा बन सकेंगे। इससे उन लोगों को भी लाभ होगा, जो बैंकों की सेवाओं से वंचित हैं।
- लेनदेन की गति: UPI की तात्कालिक भुगतान प्रणाली से लेनदेन में तेजी आएगी। लोग तुरंत पैसे भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं, जिससे व्यवसाय की गति बढ़ेगी।
- डिजिटल अवसंरचना का विकास: UPI के माध्यम से डिजिटल भुगतान की प्रणाली को विकसित करने से मालदीव की डिजिटल अवसंरचना में सुधार होगा। यह न केवल उपभोक्ताओं के लिए, बल्कि व्यवसायों के लिए भी लाभकारी होगा।
- राजस्व में वृद्धि: UPI के चलते अधिक लोग डिजिटल लेनदेन करने के लिए प्रेरित होंगे, जिससे सरकार के लिए कर संग्रहण बढ़ सकता है।
यात्रा के दौरान हुए समझौते
UPI की मालदीव में शुरूआत के लिए समझौता अगस्त में विदेश मंत्री एस. जयशंकर की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के दौरान हुआ था। इस यात्रा के दौरान भारत और मालदीव के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते किए गए थे, जिनमें आर्थिक सहयोग और तकनीकी साझेदारी भी शामिल है।
भविष्य की संभावनाएँ
मालदीव में UPI की शुरूआत से न केवल वहां की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि यह भारत के साथ आर्थिक और डिजिटल संबंधों को भी बढ़ावा देगा। भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली को अपनाने से मालदीव की युवा पीढ़ी को नए अवसर प्राप्त होंगे।
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का UPI की शुरूआत करने का कदम न केवल उनके देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएगा, बल्कि यह भारत-मालदीव संबंधों को भी और मजबूत करेगा। इस प्रकार के डिजिटल पहलों से वैश्विक स्तर पर विकास की संभावनाएँ बढ़ेंगी और लोगों को बेहतर वित्तीय सेवाएँ प्राप्त होंगी। इस कदम से न केवल वर्तमान पीढ़ी को लाभ होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक सशक्त आधार तैयार होगा।
UPI का प्रयोग करके मालदीव की जनता डिजिटल युग में कदम रखेगी, जहाँ वित्तीय लेनदेन सरल, सुरक्षित और सुलभ होंगे। यह कदम न केवल मालदीव की अर्थव्यवस्था के लिए वरदान साबित होगा, बल्कि यह डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को भी एक नई दिशा देगा।