Digital Marketing क्या है? और इसे कितना पैसा कमाया जा सकता है

Digital Marketing क्या है?

डिजिटल मार्केटिंग (Digital Marketing) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न डिजिटल मीडिया के माध्यम से उत्पादों या सेवाओं की विपणन की जाती है। इसमें विभिन्न तकनीकों और उपकरणों का उपयोग करके विपणन के लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास किया जाता है।

डिजिटल मार्केटिंग विभिन्न फॉर्मेट में होता है जैसे कि ईमेल मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO), सर्च इंजन मार्केटिंग (SEM), कंटेंट मार्केटिंग, ब्लॉगिंग, वीडियो मार्केटिंग, ई-कॉमर्स विपणन, एप्लीकेशन मार्केटिंग आदि।

डिजिटल मार्केटिंग उद्योग दुनिया भर में बढ़ रहा है और विभिन्न उद्योगों के लिए एक आवश्यक उपकरण बन गया है। इससे उन्हें ऑनलाइन पहुंच और उनके उत्पादों या सेवाओं को उनके लक्ष्य ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद मिलती है।

डिजिटल मार्केटिंग कितने प्रकार के होते हैं?

  1. सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social Media Marketing) – सोशल मीडिया मार्केटिंग उन तकनीकों का उपयोग करता है जो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं, जैसे कि फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, लिंक्डइन आदि।
  2. सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (Search Engine Optimization) – सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के द्वारा वेबसाइट को सर्च इंजन में अधिक दिखाई दिया जाता है जिससे वेबसाइट पर अधिक ट्रैफिक आता है।
  3. सर्च इंजन मार्केटिंग (Search Engine Marketing) – सर्च इंजन मार्केटिंग के द्वारा पेज विजिबिलिटी बढ़ाई जाती है जिससे विजिटर्स को वेबसाइट के बारे में जानकारी मिलती है और उन्हें विजिट करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
  4. कंटेंट मार्केटिंग (Content Marketing) – कंटेंट मार्केटिंग उन तकनीकों का उपयोग करता है जो उत्पाद या सेवा के बारे में जानकारी देने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
  5. विषयवस्तु का मार्केटिंग – दर्शकों को आकर्षित करने और संलग्न करने के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्री जैसे ब्लॉग, वीडियो और इन्फोग्राफिक्स का उपयोग करना, ग्राहक यात्रा और उपयोगकर्ता अनुभव पर ध्यान केंद्रित करना, एक ब्रांड आवाज बनाने के लिए कहानी कहने और वर्णन का उपयोग करना
  6. ईमेल मार्केटिंग – ग्राहकों के साथ संवाद करने और उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए ईमेल का उपयोग करना, लक्षित ईमेल अभियान और न्यूज़लेटर बनाना, ईमेल मार्केटिंग रणनीतियों को परिष्कृत करने के लिए डेटा विश्लेषण का उपयोग करना
  7. इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग- उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया प्रभावितों के साथ सहयोग करना, प्रासंगिक प्रभावित करने वालों की पहचान करना और साझेदारी बनाना, उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए इन्फ्लुएंसर के दर्शकों और विश्वसनीयता का उपयोग करना
  8. सहबद्ध विपणन- उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए सहयोगियों के साथ साझेदारी करना, सहबद्ध लिंक के माध्यम से उत्पन्न बिक्री के लिए कमीशन की पेशकश करना, संबद्ध बिक्री पर नज़र रखना और अधिकतम राजस्व के लिए संबद्ध कार्यक्रम का अनुकूलन करना।
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डिजिटल मार्केटिंग के कई फायदे होते हैं:

  1. बेहतर निर्देशिका रूप में दृष्टिगत संचार: डिजिटल मार्केटिंग से आप अपने उत्पाद या सेवाओं को संचार करते हुए लक्ष्य निश्चित कर सकते हैं तथा अपने वास्तविक उपभोक्ताओं तक पहुँच सकते हैं।
  2. लक्ष्यावधि और वास्तविक समय सीमा: डिजिटल मार्केटिंग के लिए निर्दिष्ट लक्ष्य या उपभोक्ता समूह को लक्ष्याधिकृत करना आसान होता है जो ऑनलाइन निर्देशिका के जरिए संभव होता है। इसके अलावा, डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग करके आप अपने उपभोक्ताओं को निश्चित समय सीमा के भीतर जवाब दे सकते हैं।
  3. बढ़ती रोजगार के अवसर: डिजिटल मार्केटिंग एक बढ़ती उद्योग है जिसमें नौकरियों के अवसर बढ़ रहे हैं। इस उद्योग में उपलब्ध करियर विकल्पों में डिजिटल मार्केटिंग प्रबंधन, सोशल मीडिया मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, ईमेल मार्केटिंग।

डिजिटल मार्केटिंग के कुछ नुकसान हो सकते हैं:

  1. अनजान उपभोक्ताओं को पहुंचना दुष्प्रभावित करता है: डिजिटल मार्केटिंग अनजान उपभोक्ताओं तक आपके व्यापार को पहुंचाने के लिए बहुत उपयोगी होता है, लेकिन कभी-कभी इसमें लोगों को व्यापार के बारे में गलत जानकारी प्राप्त हो जाती है। यह आपके व्यापार की बदनामी कर सकता है और उपभोक्ताओं के लिए विश्वसनीयता का प्रश्न उठा सकता है।
  2. अस्थिर उपयोगकर्ता सहमति: डिजिटल मार्केटिंग में उपयोगकर्ता सहमति बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन यह एक अस्थिर एवं स्थायी नहीं होती है। उपयोगकर्ता सहमति तरीकों में बदलाव आ सकते हैं और जो एक बार सहमति देते हैं, वे आगे बढ़ने से पहले भी वापस लौट सकते हैं।
  3. असफलता की संभावना: डिजिटल मार्केटिंग अपने मार्केटिंग के लक्ष्यों को पूरा करने में असफल हो सकता है।

डिजिटल मार्केटिंग एक अच्छा करियर हो सकता है

  1. उच्च वेतन: डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में नौकरी प्राप्त करने वाले लोगों की वेतन उच्च होती है। इस क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए नॉलेज का होना जरूरी होता है लेकिन इसके बाद आपके पास करियर के अनेक अवसर होते हैं।
  2. तेजी से बढ़ती इंटरनेट संख्या: इंटरनेट का उपयोग तेजी से बढ़ता जा रहा है और उससे उपभोक्ता का व्यवहार भी बदलता जा रहा है। इसलिए, डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में नौकरियां भी तेजी से बढ़ रही हैं।
  3. विविधता: डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में अनेक अवसर होते हैं जैसे कि सोशल मीडिया मार्केटिंग, इमेल मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, डिजिटल एड्स एवं इंटरनेट मार्केटिंग। ये सभी क्षेत्र विविध हैं और एक करियर बनाने वाले व्यक्ति को उनमें से अपना चयन करने की अनुमति देते हैं।
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डिजिटल मार्केटिंग से कितना कमा सकता हैं।

  1. आपकी कमाई डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में नौकरी या बिजनेस के अनुसार अलग-अलग होगी। नौकरी के लिए, आपकी कमाई उपलब्धियों और क्षमताओं के आधार पर तय की जाती है। आप एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में काम करते हुए महीने में लगभग ₹ 25,000 से ₹ 50,000 तक कमा सकते हैं।
  2. अगर आप बिजनेस करना चाहते हैं तो आपकी कमाई आपके व्यवसाय के प्रकार, आकार और आपकी मार्केटिंग रणनीति पर निर्भर करती है। आपकी व्यवसाय से कमाई कुछ हजार रुपये से लेकर करोड़ों रुपये तक हो सकती है।
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