Onion Price Outlook: भारत में प्याज एक ऐसी सब्जी है, जो लगभग हर घर में रोज़ाना इस्तेमाल की जाती है। इसके बिना खाना अधूरा सा लगता है, और जब प्याज की कीमतें बढ़ जाती हैं, तो यह आम लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन जाती है। नवंबर महीने में जैसे ही सर्दियां दस्तक देती हैं, सब्जियों की कीमतों में गिरावट की उम्मीद होती है, क्योंकि सर्दी के मौसम में सब्जियों की आपूर्ति बढ़ जाती है। इस बार नवंबर के आधे महीने से अधिक समय बीत चुका है और मौसम में ठंडक का एहसास होने लगा है। ऐसे में आम लोगों को उम्मीद थी कि सब्जियों की कीमतों में कमी आएगी, खासकर प्याज की कीमतों में। लेकिन क्या प्याज की कीमतें कम होंगी या फिर ये आम जनता को और अधिक रुलाएंगी? चलिए जानते हैं ताजा रिपोर्ट के बारे में।
प्याज की कीमतों का हाल
प्याज की कीमतों की बात करें तो आमतौर पर सर्दियों में इनकी कीमतों में कुछ कमी आती है, लेकिन इस बार प्याज की कीमतों में गिरावट का कोई खास असर नहीं दिख रहा है। जब हम इस महीने की शुरुआत में बाजारों में प्याज की कीमतों को देखते हैं, तो वे अभी भी ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं। और यही वजह है कि आम लोग अपनी रसोई में प्याज की बढ़ी हुई कीमतों के कारण परेशान हैं।
ICICI बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर महीने में प्याज की कीमतों में गिरावट की संभावना नहीं है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस महीने की बाकी दिनों में प्याज की कीमतें स्थिर रहने का अनुमान है। हालांकि, इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अन्य सब्जियों की कीमतों में 4.1 प्रतिशत की गिरावट देखी जा सकती है, लेकिन प्याज के मामले में ऐसा नहीं होगा।
ICICI बैंक की रिपोर्ट का प्रभाव
ICICI बैंक की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अक्टूबर महीने में कोर महंगाई दर 6.21 प्रतिशत रही, जो पिछले 14 महीनों में सबसे उच्चतम स्तर पर थी। सितंबर में यह दर 5.49 प्रतिशत थी। इस आंकड़े से यह साफ है कि खाद्य वस्तुओं और सब्जियों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिसका प्रभाव प्याज की कीमतों पर भी पड़ा है।
ICICI बैंक के अनुसार, सब्जियों के बाजार में जो मौजूदा स्थितियां हैं, उनके अनुसार प्याज की कीमतों में तत्काल कोई बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अन्य खाद्य वस्तुओं की तुलना में प्याज की कीमतें इस समय अधिक स्थिर हैं और आगे चलकर इनमें कोई खास कमी नहीं आएगी।
प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण
प्याज की कीमतों में जो बढ़ोतरी देखी गई है, उसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं। सबसे पहला कारण यह है कि बाजारों में प्याज की आपूर्ति में कमी आई है। इस समय प्याज की नई फसल का बाजार में आगमन धीमा है, जिससे प्याज की कीमतें उच्च स्तर पर बनी हुई हैं। इसके साथ ही, टमाटर की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है, जो प्याज की कीमतों पर दबाव बना रही है।
प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी का एक और कारण यह है कि मौसम में बदलाव के कारण कुछ इलाकों में प्याज की खेती प्रभावित हुई है, जिससे इसके उत्पादन में कमी आई है। इसके अलावा, प्याज के भंडारण में समस्या और व्यापारियों द्वारा कीमतों को नियंत्रित करने की कोशिशें भी इसका एक कारण हो सकती हैं।