Flipkart Apologies: फ्लिपकार्ट (Flipkart) ने हाल ही में एक विज्ञापन के लिए माफी मांगी है, जिसमें खास तौर पर पतियों को ‘आलसी, मूर्ख और दयनीय’ कहा गया था। इस विज्ञापन को लेकर लोगों में नाराजगी थी और इसे पतियों के साथ दुर्व्यवहार के रूप में देखा गया। पुरुषों के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था ‘नेशनल काउंसिल फॉर मेन’ ने इस विज्ञापन को लेकर कड़ा एतराज जताया और इसे तत्काल हटाने की मांग की।
विज्ञापन में क्या दिखाया गया था?
विज्ञापन में महिलाओं को यह दिखाया गया था कि वे अपने पतियों की मदद के बिना ऑनलाइन शॉपिंग कर रही हैं और अपने शॉपिंग बैग्स खुद ही खरीद रही हैं। इसमें पतियों को ‘आलसी’, ‘मूर्ख’, और ‘दयनीय’ जैसे शब्दों से संबोधित किया गया था, जिसे पुरुषों के अधिकारों के समर्थकों ने पतियों के प्रति अपमानजनक माना। इस विज्ञापन को लेकर ‘नेशनल काउंसिल फॉर मेन’ ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने पतियों को इस प्रकार से चित्रित किए जाने पर गहरी आपत्ति जताई।
‘नेशनल काउंसिल फॉर मेन’ की प्रतिक्रिया
पुरुषों के अधिकारों की इस संस्था ने फ्लिपकार्ट के इस विज्ञापन को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि यह विज्ञापन पुरुषों को गलत रूप में पेश कर रहा है और इससे समाज में पुरुषों की छवि को ठेस पहुंचाई जा रही है। ‘नेशनल काउंसिल फॉर मेन’ ने इसे “दुर्व्यवहार” और “भ्रामक” विज्ञापन करार दिया। इस संगठन ने फ्लिपकार्ट से यह विज्ञापन तुरंत हटाने की मांग की और ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने पर कड़ा संदेश दिया।
फ्लिपकार्ट की माफी और विज्ञापन हटाना
फ्लिपकार्ट ने जनता की प्रतिक्रिया और ‘नेशनल काउंसिल फॉर मेन’ की शिकायत के बाद माफी मांगी। कंपनी ने न सिर्फ इस विज्ञापन को हटा लिया, बल्कि सार्वजनिक तौर पर भी खेद व्यक्त किया। इस विज्ञापन में पतियों को बार-बार ‘आलसी’, ‘मूर्ख’ और ‘दयनीय’ शब्दों से संबोधित किया गया था, जिसे गलत और अपमानजनक बताया गया। कंपनी ने कहा कि वह इस विज्ञापन से किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुँचाना चाहती थी और इसलिए विज्ञापन को तुरंत प्रभाव से हटा दिया गया।
विज्ञापन का उद्देश्य
यह विज्ञापन फ्लिपकार्ट की ‘बिग बिलियन डेज सेल’ को प्रमोट करने के लिए बनाया गया था। इस विज्ञापन का मुख्य उद्देश्य लोगों को सेल के दौरान अधिक से अधिक शॉपिंग के लिए प्रेरित करना था, लेकिन इसकी सामग्री ने विवाद को जन्म दे दिया। विज्ञापन में जो संदेश देना चाहा गया था, वह ग्राहकों को आकर्षित करने के बजाय फ्लिपकार्ट के लिए परेशानी का सबब बन गया।
बिग बिलियन डेज सेल और फ्लिपकार्ट की योजना
फ्लिपकार्ट की बिग बिलियन डेज सेल 26 सितंबर से शुरू हो रही है, और इस विज्ञापन को लेकर उठे विवाद के बाद कंपनी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है। हालांकि, कंपनी ने इस सेल को लेकर अन्य प्रकार के विज्ञापनों की योजना बनाई है ताकि वे अपने ग्राहकों को आकर्षित कर सकें और फेस्टिव सीजन के दौरान ऑनलाइन शॉपिंग को बढ़ावा दे सकें।
विज्ञापन में पतियों का चित्रण और सामाजिक प्रभाव
यह पहली बार नहीं है जब विज्ञापनों में पतियों या पुरुषों को इस तरह से चित्रित किया गया है। इस प्रकार के विज्ञापन सामाजिक धारणाओं और मान्यताओं पर असर डाल सकते हैं। विज्ञापन एक प्रभावी माध्यम होते हैं जो समाज में विचारधारा को बदलने या बनाने का काम कर सकते हैं।
इस विज्ञापन में पतियों को ‘आलसी’, ‘मूर्ख’, और ‘दयनीय’ कहना न केवल पुरुषों की छवि को गलत तरीके से प्रस्तुत करता है, बल्कि इससे पारिवारिक जीवन और रिश्तों पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।
पुरुषों के अधिकार और समानता की मांग
‘नेशनल काउंसिल फॉर मेन’ जैसी संस्थाएं इस प्रकार के मुद्दों पर आवाज उठाती हैं, ताकि समाज में पुरुषों के साथ हो रहे किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार को उजागर किया जा सके। आजकल समानता की मांग केवल महिलाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि पुरुषों के अधिकारों की भी बातें हो रही हैं। ऐसे में यह जरूरी है कि किसी भी प्रकार के विज्ञापन या प्रचार सामग्री में किसी भी लिंग के प्रति अपमानजनक भाषा या चित्रण का इस्तेमाल न किया जाए।
फ्लिपकार्ट का भविष्य का दृष्टिकोण
फ्लिपकार्ट ने इस विवाद से सबक लिया है और भविष्य में इस तरह की गलतियों से बचने का संकल्प लिया है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह अपने ग्राहकों के हितों और भावनाओं का सम्मान करती है और उन्हें ध्यान में रखते हुए ही भविष्य में किसी भी प्रकार की मार्केटिंग रणनीति बनाएगी।
फ्लिपकार्ट के इस माफी के बाद यह देखना होगा कि ग्राहक इस पर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं और आने वाले दिनों में फ्लिपकार्ट की बिग बिलियन डेज सेल को कैसा समर्थन मिलता है।