Masaba Gupta On Father Vivian Richards: रंगभेद एक ऐसी समस्या है, जिससे दुनिया के कई मशहूर हस्तियों को गुजरना पड़ा है। चाहे वह खेल की दुनिया हो या फिल्मी दुनिया, कई लोगों ने इस सामाजिक बुराई का सामना किया है। रंगभेद के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले ऐसे ही एक शख्सियत हैं, वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर Vivian Richards। अपनी खेल प्रतिभा से दुनिया भर में नाम कमाने वाले रिचर्ड्स ने अपने जीवन में रंगभेद के दर्द को झेला। यह कहानी उनकी बेटी और मशहूर फैशन डिजाइनर-अभिनेत्री Masaba Gupta ने एक इंटरव्यू के दौरान साझा की।
रंगभेद का सामना करने वाले Vivian Richards
Vivian Richards ने अपने क्रिकेट करियर में कई रिकॉर्ड बनाए, लेकिन उनके जीवन का एक हिस्सा रंगभेद की कड़वी सच्चाई से जुड़ा रहा। Masaba Gupta, जो नीना गुप्ता और Vivian Richards की बेटी हैं, ने बताया कि उनके पिता ने हमेशा रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई है। हाल ही में पत्रकार फे डीसूजा के साथ एक इंटरव्यू में Masaba ने अपने पिता के अनुभवों के बारे में बात की।
Masaba ने बताया, “अब मैं समझती हूँ कि मेरे पिता इस मुद्दे को लेकर इतने संवेदनशील क्यों हैं। अगर आप उनसे आज भी इस बारे में बात करेंगे, तो उनकी आँखों में आँसू आ जाएंगे या उनके भीतर इतना गुस्सा होगा कि वे गर्व से जवाब देंगे। उन्होंने उस दौर में क्रिकेट खेला जब आपकी त्वचा के रंग के कारण आपकी प्रतिभा और अवसरों को बाधित किया जाता था।”
Vivian Richards का दर्द
Masaba ने इंटरव्यू के दौरान कहा, “मेरे पिता ने उस समय पेशेवर क्रिकेट खेला जब रंगभेद अपने चरम पर था। उनकी आंखों में आज भी उस समय के दर्द और पीड़ा की झलक दिखती है। उन्होंने इस बुराई के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ी और अपने आत्म-सम्मान को कभी कमजोर नहीं होने दिया। रंगभेद सिर्फ एक समस्या नहीं है, यह एक मानसिकता है जिसे दूर करना बहुत ज़रूरी है।”
Masaba ने भी झेला रंगभेद
Masaba Gupta ने भी अपनी जिंदगी में रंगभेद का सामना किया। वह भारतीय मां और वेस्टइंडीज के पिता की बेटी हैं, और यह उनके लिए एक चुनौतीपूर्ण अनुभव रहा है। उन्होंने बताया कि जब वह छोटी थीं, तब भी उन्हें उनके रंग के कारण कई बार भेदभाव का सामना करना पड़ा।
Masaba ने कहा, “रंगभेद सिर्फ मेरे पिता तक सीमित नहीं था, मैंने भी इसका सामना किया। बचपन में जब मैं स्कूल जाती थी, तो कई बार लोग मुझे मेरे रंग के कारण अजीब तरीके से देखते थे। यह अनुभव मेरे लिए बहुत कठिन रहा है।”
होने वाले बच्चे को लेकर मिलीं अजीब सलाहें
आजकल Masaba Gupta प्रेग्नेंट हैं और इसी दौरान उन्होंने बताया कि लोग उनके होने वाले बच्चे को लेकर अजीब-अजीब सलाहें दे रहे हैं। उन्होंने इंटरव्यू में खुलासा किया कि, “अभी हाल ही में एक व्यक्ति मेरे पास आया और मुझसे कहा, ‘आप रोज़ एक रसगुल्ला खाया करो ताकि आपका बच्चा आपसे हल्का दिखे।'”
इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि उनके एक मालिश करने वाली ने उन्हें यह सलाह दी, ‘आप दूध मत पिया करो, ताकि आपका बच्चा काला ना हो।’ इस तरह की सलाहें यह दर्शाती हैं कि रंगभेद जैसी मानसिकता समाज के हर हिस्से में फैली हुई है।
रंगभेद के खिलाफ लड़ाई
Masaba का मानना है कि रंगभेद के खिलाफ लड़ाई सिर्फ बातों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि इसके लिए सामूहिक प्रयास जरूरी है। उन्होंने कहा, “जब तक हर कोई रंगभेद के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ेगा, यह समस्या बनी रहेगी। यह लड़ाई समाज के हर वर्ग से लड़नी होगी ताकि हम आने वाली पीढ़ियों को इस बुराई से दूर रख सकें।”