CapitaLand Investment: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंगापुर पहुंचते ही, सिंगापुर की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी कैपिटलैंड ने भारत में अपने निवेश को दोगुना करने की घोषणा की है। एशिया की सबसे बड़ी विविधीकृत रियल एस्टेट समूह कैपिटलैंड ने कहा है कि वह अगले चार वर्षों में भारत में 45,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके बाद, इस समूह का कुल निवेश भारत में 90,280 करोड़ रुपये हो जाएगा।
कैपिटलैंड ने यह भी कहा कि वह भारत में अपने फंड्स अंडर मैनेजमेंट (FUM) को दोगुना कर देगी। 30 जून 2024 तक यह राशि 7.4 अरब डॉलर यानी 45,880 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने बताया कि यह निर्णय कंपनी को 2028 तक 200 अरब डॉलर के फंड्स अंडर मैनेजमेंट का लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करेगा। यह घोषणा कैपिटलैंड की भारत में उपस्थिति के 30 साल पूरे होने के मौके पर की गई है। कैपिटलैंड भारत में आर्थिक विकास की गति से बहुत सकारात्मक है और अपने व्यवसाय का विस्तार करना चाहती है।
सिंगापुर के भारतीय उच्चायुक्त साइमोन वोंग ने सोशल मीडिया पर कैपिटलैंड के इस निवेश की जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा कि यह देखना अच्छा है कि सिंगापुर की कंपनियां भारत में अपने निवेश को दोगुना कर रही हैं।
कैपिटलैंड के समूह CEO ली ची कून ने कहा कि भारत हमारे लिए एक रणनीतिक बाजार है और कैपिटलैंड के कुल व्यवसाय में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता है। उन्होंने बताया कि भारत हमारे लिए सबसे तेजी से बढ़ता बाजार रहा है, जहां हमारे निवेश ने पिछले सात वर्षों में तीन गुना वृद्धि की है। ली ची कून ने यह भी कहा कि 2024 में भारत की GDP 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है और अगले पांच वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत लगातार बड़े कंपनियों और संस्थागत निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है, जो उसकी गुणवत्ता वाले वास्तविक संपत्तियों में निवेश कर रहे हैं।